
गरियाबंद न्यूज़ / राजिम और बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा में कांग्रेस ने पार्टी को लेकर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वहीं भाजपा ने राजिम से रोहित साहू को टिकट जरूर दे दिया है। लेकिन वहां इसे लेकर घमासान मचा हुआ है। खासतौर पर भाजपा में वषार्ं से काम कर रहे नेता-कार्यकर्ता भारी नाराज हैं।
राजिम में मचा घमासान, कांग्रेस संगठन पर भी रहेगा दबाव
वहीं कांग्रेस में राजिम से वर्तमान विधायक समेत 33 लोगों ने दावेदारी की है। एक दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक
बैज और अन्य वरिष्ठ नेताओं के सामने दावेदारों के समर्थकों के बीच को खींचतान नजर आई, उससे लगता है कि इस बार टिकट चयन संगठन के लिए आसान नहीं होगा।
वहीं बिन्द्रानवागढ़ से कांग्रेस व हो जाएं। भाजपा से एक-एक दर्जन दावेदार सामने आए हैं। सभी अपने-अपने स्तर पर जोर लगा रहे हैं लेकिन इतना तय है कि टिकट का फैसला तीन से चार लोगों के बीच ही पार्टी करेगी। ऊपर से भाजपा संगठन पर इस बात का दबाव भी होगा कि राजिम जैसे हालात इस परंपरागत सीट पर न पैदा कोई युवाओं की पसंद तो कोई कर रहा समाज के समर्थन का दावा इन दिनों कई दावेदारों का नाम यहां सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहा है। संजय नेताम जहां युवाओं का समर्थन हासिल करते लग रहे हैं तो जनक ध्रुव सामाजिक लोगों और लोकेन्द्र कोमर्रा कुछ खास समाज का समर्थन का दावा कर रहे हैं। इसी तरह भाजपा के दावेदारों में वर्तमान विधायक डमरूधर पुजारी के अलावा पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन मांझी, उदयनाथ बाबा, भागीरथी झी, हलमन ध्रुव, सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहे कई दावेदार मांजी से लेकर धनश्याम मरकाम जैसे नामों की चर्चा हो रही है। हालांकि भाजपा भी तीन से चार लोगों के बीच ही फैसला करेगी।
भाजपा यहां सीटिंग एमएलए तक का टिकट काटती रही है। वहीं कांग्रेस भी उम्मीदवार बदलने में पीछे नहीं रही है, ऐसे में वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद किसे मिलेगा, यह अभी भविष्य के गर्त और चर्चाओं में ही है। लोग मानते हैं कि भीतरघात के कारण ही हारती है यहां कांग्रेस बिन्द्रानवागढ़ से पिछली बार कांग्रेस ने संजय नेताम को टिकट दी थी। इस बार वह तो दावेदार हैं ही, बल्कि विधानसभा में पराजय के बाद भी जिला पंचायत चुनाव में फिर जीतकर अपना समर्थन भी संगठन को दिखा चुके हैं। वैसे इस विधानसभा में कांग्रेस की हार की बड़ी वजह हर बार भीतरघात ही मानी जाती है। जबकि कांग्रेस से ही जनक ध्रुव और सरकारी नौकरी छोड़कर सक्रिय हुए लोकेन्द्र कोमर्रा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। इनके अलावा शांति लाल पाथर, कल्याण कपिल, शीतल कुलदीप, प्रियंका कपिल, धनसिंह मरकाम, सेवन पुजारी अमलीपदर जैसे नेता भी टिकट मांग रहे हैं।