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महंगाई से होली के रंग फीके, सोमवारी बाजार में कोई रौनक का नहीं

Gariaband मैनपुर। साप्ताहिक सोमवारी बाजार मैनपुर में महंगाई की मार देखी गई। होली त्यौहार को मात्र एक ही दिन बचा है। इस बार महंगाई के चलते होली का रंग कुछ फीका पड़ सकता है। बाजारों और दुकानों में पिचकारियों के दामआसमान छू रहे हैं। बाजार में कई नएप्रोडक्ट तो आ गए हैं लेकिन दाम पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी तक ज्यादा है।

बाजार में हर्बल रंगो के साथ साथ पिचकारियों की नई रेंज लग गई है। इस बार मोटू पतलू, बार्बी डॉल, डोरेमॉन, हल्क, फिश, अंब्रेला, टैंक और स्कूल बैग जैसी पिचकारियां डिमांड में हैं। इस बार होली की तैयारी में जो बात सबसे अच्छी दिख रही है, वह है पिचकारियों के बाजार में मेड इन इंडिया की पिचकारियां ज्यादा हैं। बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि साल दर साल चीन में बने सामानों खासकर खिलौनों का बहिष्कार करने कीमांग उठने के बीच इस बार मेड इन इंडिया को बढ़ावा दिया गया है। इस बार बाजार में चीन के बने खिलौने और पिचकारियां कम हैं. जो चीन में बनी पिचकारियों की तुलना में महंगी पड़ रही हैं। दाम की बात करें तो इस बार पिचकारियां पिछले साल कीतुलना में 30 से 50 फीसदी तक महंगी हैं।

इनकी रेंज 150 रुपये से शुरू हो रही है और 1000-1500 रुपये तक की पिचकारियां बाजार में उपलब्ध हैं। मिठाइयों की बात करें तो इस बार होली में हलवाई के यहां भी जेबें ज्यादा ढीली हो सकती हैं। मिठाइयां बनाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल दूध व खोवे का होता है। दूध के दाम पिछले एक साल में कई बार बढ़े हैं जिसकी वजह से खोवे पर असर पड़ेगा। थोक मंडी में खोवे के भाव पहले से ही बढ़े हुए हैं। बीते कुछ दिनों में होली से जुड़ी डिमांड आने से इनके भाव में करीब 100 रुपये किलो का और इजाफा हुआ है।

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