गरियाबंद न्यूज (मैनपुर)। वनांचल क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोड़ाई का टारगेट पूरा होने की बात सामने आ रही है। इससे मजदूरों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। तेंदूपत्ता मजदूरों की कहना है कि सरकार 5500 रुपए प्रति हजार की दर से दाम तो दे रही है। इसलिए जल्दी टारगेट पूरा कर दिया गया है। रेट बढ़ने से खरीदी अवधि समिति एवं ठेकेदार के द्वारा कम कर दिया गया है जिसके कारण उन्हें पूर्ण रोजगार तेंदूपत्ता से नहीं मिल पाएगा।
तेंदूपत्ता संग्रहण का टारगेट इतनी जल्दी पूरा हुआ कैसे?
छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार की दोहरी नीति से तेंदूपत्ता संग्राहकों का नाराजगी साफ दिख रही है, क्योंकि राज्य की भाजपा सरकार तेंदूपत्ता संग्रहण की अवधि 15 दिन करने की बात कही गई थी परंतु पिछले कांग्रेस सरकार की तेंदूपत्ता संग्रहण अवधि से भी कम दिनों में संग्रहण कार्य सिमट गई है जिससे संग्राहकों को पूर्ण रोजगार नहीं मिल पाया।