गौठान योजना हुई फ्लॉप, देखरेख करने वाला कोई नहीं

Gariaband News मैनपुर। गौ सेवा के लिए पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा लाखों रुपए की योजनाएं गौठान योजना के तहत लाई गई थी। वहीं सभी विभाग को लगाया गया था। उद्यान विभाग को पौधा लगाने कहा गया था। कृषि विभाग को खाद बीज की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था। वन विभाग को पौधा की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था। सभी विभाग को हिदायत देकर के गौठान योजना लागू किया गया था। मनरेगा से भी कार्य कराया जा रहा था जहां गठन योजना अपूर्ण था। वहां इमरजेंसी में 15वें वित्त की पैसा को भी कार्य करने के लिए निर्देश दिया गया था। सरकार जाते ही अब ऐसा हुआ है कि इस गौठान को देखरेख करने वाला नहीं है।

गौठानों को बेहतर बनाने सभी विभागों की जिम्मेदारी थी

लोगों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा गौ सेवा के लिए गौ सेवा आयोग का गठन की गई थी लेकिन छत्तीसगढ़ में कई गौ सेवा गौशाला में सैकड़ों से अधिक गाय मौत की करने की सूचना मिली थी जिसको लेकर भूपेश बघेल ने समिति गठन करके गौशाला में देखरेख करने के लिए जाते थे। वहीं गौशालाओं की हाल बेहाल को देखते हुए प्रत्येक गांव में गोठान व्यवस्था की गई लेकिन अब सरकार बदलते ही गोठान की तहस-नस हो चुकी है बल्कि बजट राशि के की गई बंदर बाट को लेकर के सत्ता पक्ष के द्वारा हमलावर है।