Gariyaband News।पैरी गंगा महाविद्यालय के तत्वावधान में इसरो के चंद्रायन – 3 की ऐतिहासिक सफलता को ध्यान में रखते हुए संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ रवि कंडरा ने विषय प्रवर्तन के साथ किया। उन्होंने इसरो के चंद्रायन 3 मिशन को न केवल भारतवर्ष के लिए बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष विकास यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव बताया। संस्था के प्राचार्य अम्बिका साहू ने चांद पर भारत की उपस्थिति दर्ज होना बताया। भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक योगेश साहू एवं सहायक अध्यापिका सबा नाज ने चांद एवं इस मिशन से संबंधित तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।
उन्होंने अपने वक्तव्य एवं ओवरहेड प्रोजेक्टर के सहारे विभिन्न स्लाइड्स में बनाए गए डायग्राम एवं वीडियो के सहारे विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। सहायक प्राध्यापक योगेश साहू ने चांद के तीन लेयर के संबंध में जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम की सफलता में महाविद्यालय के कंप्यूटर विभाग के सहायक प्राध्यापक सोबन नेताम, सहायक प्राध्यापक राजनीति विज्ञान हेमंत नेताम, उमेश यादव, पूजा यादव, उत्तम, गुरुवारू, विश्वेश्वर, डोलेश्वर, डोमार, गजेन्द्र, लिलेश्वर, गिरधर, राम सिंग, तिलेश्वर, त्रिलोक, चेतन, कुलेंद्र, सुनील, चांदनी, जामवंती, छमिया, जेलेश्वरी आदि उपस्थित रहे ।