
गरियाबंद न्यूज़। एक बार फिर ग्राम कोनारी के आबादी क्षेत्र में जंगली हाथियों के चिंघाड़ से दहल उठा ग्राम कोनारी, रात करीब आठ बजे ग्राम कोनारी के ग्रामीण इलाकों में हाथियों के झुंड पहुंचने से डरे सहमे पक्की मकानों का सहारा लेते दिखाई दिए, क्योंकि हाथियों के झुंड ने पिछली बार कई किसानों के फसल एवं घरों को बर्बाद कर दिया था।

ग्रामीण पक्की घरों के छत का सहारा लेकर हाथियों से बचने की कोशिश किये, हाथियों के चिंघाड़ सुनते ही कई लोगों ने पक्की मकानों के छत से जंगली हाथियों का निगरानी कर एक दूसरे से फोन पर हाथियों की आने जाने का खबर देते रहे। तो वहीं मैनपुर वन विभाग की हाथी मित्र टीम भी पहुंचकर सायरन बजा कर हाथियों को ग्रामीण इलाकों से खदेड़ने का काम किये।
ग्राम कोनारी भरवापारा में स्थित नलसाय मरकाम /सुनाराम के करीब एक एकड़ धान की फसल खाकर नुकसान पहुंचाया है वहीं एक और किसान अजमेर सिंह नागेश के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है।

हाथियों का दल रात करीब आठ बजे कंवरआमा मुड़डोबरी के जंगलों से होते हुए ग्राम कोनारी भरवापारा , बुढाडुमर, जरहीडिही एक घंटे तक भ्रमण करता रहा , लोग डर से पटाखे फोड़ने लगे।