
Gariaband मैनपुर। ब्लॉक मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वनांचल क्षेत्र पहली एवं देवधारा देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। यह देवधारा जलप्रपात एवं पायलीखड़ की हीरा खदान विश्व प्रसिद्ध है। काफी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं।

रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के 35 विद्यार्थी पहुंचे और
और कठुवा नसर्री, कुल्हाड़ी घाट देखा। उन्होंने आदिवासियों से तीरंदाजी खेला। कमारों के सहयोग से तीरंदाजी सीखने का प्रयास किया। तीरंदाजी में सबसे अधिक तीरंदाज कमार जनजाति के ही होते हैं। उनके हाथ में हमेशा ही तीर कमान रहता है। तीर कमान के साथ नृत्य भी करते हैं।
उन्होंने आदिवासी जीवन शैली के साथ दोना पत्तल में भोजन का लुत्फ उठाया। सुबह – सुबह चौकसील पर सूर्योदय का आनंद लिया गया। उन्होंने रात्रि विश्राम
कोयबा ईको सेंटर में किया।