
(गरियाबंद न्यूज़) मैनपुर। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में पत्रकार वार्ता कर मोदी सरकार की तानाशाही रवैया को आड़े हाथ लेते हुए कांग्रेस ने बताया कि राहुल गांधी के ऊपर यह सारी कार्यवाही क्यों की गई। इसका एकमात्र कारण है राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की दुखती रत पर हाथ रख दिया। उन्होंने मोदी के निकट सहयोगी अडानी के घोटालेबाजी को अडानी मोदी के गठबंधन पर आवाज उठाया। उन्होंने सवाल पूछे थे क्या अडानी की कंपनियों में 20000 करोड़ रूपया वन बिलियन डालर है।
राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को समाप्त करने से आक्रोश
अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि वह इंफाल बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया। किसका काला धन है। यह किसकी सेल कंपनियां है। आदि विषयों पर केन्द्र सरकार ने सवाल का जवाब तो नहीं दिया उल्टी राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मलिकार्जुन खरगे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और श्री राहुल गांधी के भाषण लगभग पूरी तरह से संसद में रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर संयुक्त संसदीय समिति जेपीसी चाहता है। राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष महोदय को राहुल ने दो लिखित अनुरोध किए उनको संसद में जवाब देने दे उसके बाद तीसरी बार अध्यक्ष ने मीटिंग भी की पर अनुरोध के बावजूद अध्यक्ष ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इनकार कर दिया। इससे साफ पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पदार्फाश हो ।
इस अवसर पर आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जनक ध्रुव, जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सुख चंद बेसरा, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भोला जगत, शाहिद मेमन, हरेश्वर पटेल, महेश्वर बघेल, इम्तियाज मेमन, नेहाल नेताम, सामंत शर्मा, भानु सिन्हा आदि उपस्थित रहे।