
Gariaband News मैनपुर। इलाके में प्रयाप्त पानी नहीं गिरने से किसान काफी परेशान हो गए हैं। किसानों को बड़ी चिंता सता रही है। भविष्य में कैसे कर्ज अदा करेंगे। कैसे जीवन यापन करेंगे । यही स्थिति मैनपुर क्षेत्र के किसानों सामने है। धान की फसल को बचाने के लिए किसान पूरी तन्मयता से जुटे हुए हैं। कई इलाकों में पानी नहीं होने से फसलों को जानवरों के हवाले कर दिया गया है।
मोटर पंप से सिंचाई कर फसलों को बचा रहे हैं किसान
तहसील मैनपुर के जाड़ापदर, तूहामेटा, जिड़ार, मैनपुर कला, हरदी, भाटा, कोनारी, बोईरगांव, बरदुला, गौर घाट के किसान मोटर पंप की सहायता से नालियों से पानी लाकर खेतों की सिंचाई कर रहे हैं। एक साथ चार-पांच मोटरपंप लगाकर पानी खींचा जा रहा है। किसान रात-दिन बारी-बारी खेतों में रहकर फसलों को बचा रहे हैं। कहीं-कहीं डीजल से भी मोटर पंप चलाया जा रहा है। वहीं खेतों तक पानी ले जाने के लिए रुपए खर्च करके पाइप खरीदी गई है। पानी चोरी से बचाने के लिए दो मजदूरों को तैनात किया गया है। लागत के बारे में पूछने पर किसानों का कहना है कि पहले पानी के लिए इतने रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ी थी, इसलिए इस साल बजट बढ़ गया है। उनका कहना है कि अब इतने रुपए खर्च कर चुके हैं तो कुछ और सही, क्योंकि हम अपनी फसलों को इस तरह मरते हुए नहीं देख सकते। किसान सियाराम ठाकुर ने बताया कि पानी नहीं गिरने से काफी परेशानी होगी। कर्ज लेकर किसान खेती किसानी करते हैं। ऐसे में किसान कर्ज को कैसे अदा कर पाएंगे।
मैनपुर ब्लॉक हाल बेहाल
अमूमन कृषि के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाले मैनपुर ब्लॉक का भी इस वर्ष हाल बुरा है। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में दूसरे इलाकों की अपेक्षा अधिक मोटर पंप है। पर्याप्त पानी व मोटरपंप की सुविधा होने के कारण यहां गर्मी के दिनों में भी धान की फसल लगाई जाती थी, लेकिन इस बार बरसात में ही किसानों की हालत पतली कर दी है। कई मोटरपंप बंद हो गए हैं जिनके मोटर पंप चल रहे हैं, किसान उनके पास जाकर पानी देने
के लिए मिन्नते कर रहे हैं।