
गरियाबंद जिला रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिले में से एक है जो रायपुर जिले से विभाजन होकर नया जिला का गठन किया गया है। Gariyaband Jila छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में रायपुर और देवभोग के बीच नेशनल हाईवे 130 पर स्थित है। गरियाबंद शहर एक नगर पंचायत शहर है।
गरियाबंद जिले के उत्तर में प्रयाग राज राजिम है जहां माघ महीने में महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है। प्रयाग राज राजिम में भगवान राजिव लोचन का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है, गरियाबंद जिला के पूर्व दिशा में छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पर्यटक स्थल जतमई माता मंदिर एवं घटारानी मंदिर है।

गरियाबंद के उत्तर दिशा में छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध नदी पैरी नदी भाठीगढ़ पर्वत से निकली है तथा पैरी नदी में सिकासर जलासय का निर्माण किया गया है। गरियाबंद से कुछ ही दूरी पर पैरी नदी बहती है।
गरियाबंद जिले में कुल पांच विकासखंड है 1. फिंगेश्वर 2. गरियाबंद 3. छुरा 4.मैनपुर 5. देवभोग इनमें से तीन विकासखंड गरियाबंद छूरा तथा मैनपुर आदिवासी बाहुल्य विकासखंड है।
Gariyaband Jila इतिहास
गरियाबंद जिला 01 जनवरी 2012 को अस्तित्व में आया, गरियाबंद जिले का शुभारंभ 11 जनवरी 2012 को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा किया गया।
गरियाबंद के बारे में
क्षेत्रफल: 5,822.861 वर्ग किमी.
आबादी: 5,97,653
भाषा: हिन्दी, छत्तीसगढ़ी
गाँव: 710
पुरुष: 2,95,851
महिला: 3,01,802
कुल ग्राम पंचायत 336
तहसील 5 , इसके पूर्व 4 तहसील थी।
विकासखंड 5