
इस वर्ष 2023 में अक्षय तृतीया द्वितीय तिथि को मनाया जाएगा।
अक्षय तृतीया का महत्व
अक्षय तृतीया का पर्व अपने आप में गूढ़ रहस्य लिए हुए है जोकि इसका महत्व ज्योतिष शास्त्र एवं पौराणिक ग्रंथों में भी मिलता है अक्षय तृतीया का महत्व मानव जीवन में बहुत ही अहम दिन है क्योंकि अक्षय तृतीया का पर्व वर्ष में एक बार ही आता है इस दिन बड़ा ही पवित्र एवं शुभ दिन माना जाता है। इस दिन बिना शुभ मुहूर्त देखे ही सभी शुभ कार्य किए जाते हैं अक्षय तृतीया के दिन सभी प्रकार के किए गए कार्यों की शुभ फल प्राप्ति होती है।
आदिवासी परंपरा अनुसार गांव कस्बा देहातों में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ इस दिन अपने पित्र देव की पूजा अर्चना करते हैं। तथा किसान अपने कृषि कार्य की शुरुआत भी इसी दिन से आरंभ करते हैं जैसे बीज बोना आदि। इस दिन जल वर्षा का खरी देखी जाती है और कितनी वर्षा होगी इसकी सटीक जानकारी प्राप्त की जाती है।
अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है
अक्षय तृतीया (akshy tritiya) मनाने का कई एक कारण है परंतु उनमें से प्रमुख कारण महर्षि परशुराम जी छठे अवतार के रूप में महर्षि जमदग्नि और माता रेणुका देवी के घर अक्षय तृतीया के दिन ही जन्म लिया था हिंदू धर्म मान्यताओं के अनुसार परशुराम जी के अवतार होने के कारण ही अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है।
अक्षय तृतीया मनाने का दूसरा कारण यह है कि इसी दिन स्वर्ग से माता गंगा धरती पर उतरी थी मां गंगा को धरती पर लाने के लिए राजा भगीरथ हजारों वर्षो तपस्या कर धरती पर आने की आग्रह किया था।
अक्षय तृतीया का तीसरा कारण सतयुग से त्रेता युग की शुरुआत हुई थी और लोग इसी वजह से akshy tritiya अक्षय तृतीया मनाया जाता है
अक्षय तृतीया 2023 विवाह मुहूर्त
पूरे भारतवर्ष में अक्षय तृतीया के दिन बड़े ही धूमधाम से विवाह आदि कार्यक्रम किए जाते हैं क्योंकि अक्षय तृतीया (akshy tritiya) विवाह लग्न मुहूर्त के लिए बड़ा ही शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन विवाह लग्न आदि के लिए शुभ मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि इस दिन अहोरात्र विवाह कार्यक्रमों के लिए शुभ मुहूर्त माना जाता है।
अक्षय तृतीया कब है 2023 akti kab hai 2023
2023 में अक्षय तृतीया 22 अप्रैल दिन शनिवार को मनाया जाएगा हिंदू पंचांग अनुसार वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को यह पर्व मनाया जाता है परंतु इस वर्ष द्वितीय तिथि विक्रम संवत 2080 को मनाया जाएगा।
akhay tritiya अक्षय तृतीया मतलब
अक्षय तृतीया शाब्दिक अर्थ :
अक्षय का मतलब जो कभी क्षय न हो अर्थात इस शब्द का मतलब कभी खत्म न होने वाला। और दूसरा शब्द है तृतीया जिसका सिधा मतलब है तिथि से अर्थात ऐसा तिथि ऐसा दिन जो सभी दिनों अलग जिस दिन धर्म कर्म करने पर कभी खाली नहीं जाता, उसका शुभ फल अवश्य प्राप्त होता है।